तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बुधवार की दोपहर करीब 11.30 बजे बंद कर दिए गए। इस मौके पर मंदिर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही।
कपाट बंद करने के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु तुंगनाथ मंदिर पहुंचे। सुबह से ही कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। पूजा अर्चना, श्रृंगार, मंदिर में भोग लगने के पश्चात स्वयंभू शिवलिंग को समाधि दी गई। इसके पश्चात तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए।इसके बाद अगले छह माह भगवान तुंगनाथ अपने शीतकालीन प्रवास मक्कूमठ में भक्तों को दर्शन देंगे।